श्रीपाद श्रीवल्लभ स्तोत्र | Shripad Shrivallabh Stotrashreepad Shreevallabh

श्रीपाद श्रीवल्लभ स्तोत्र | Shripad Shrivallabh Stotrashreepad Shreevallabh

श्रीपाद श्रीवल्लभ स्तोत्र | Shripad Shrivallabh Stotrashreepad Shreevallabh ॥ श्रीपाद श्रीवल्लभ स्तोत्र ॥ श्रीपाद वल्लभ गुरोः वदनारविन्दंवैराग्य दीप्ति परमोज्वलमद्वितीयम् । मन्दस्मितं सुमधुरं करुणार्द्र नेत्रंसंसार – ताप – हरणं सततं स्मरामि ।। श्रीपाद वल्लभ गुरोः करकल्पवृक्षंभक्तेष्ट – दान – निरतं रिपुसंक्षयं वै । संस्मरणमात्र चिति – जागरणं सुभद्रंसंसार – भीति – शमनं सततं भजामि ।। श्रीपाद…

गजानन gajanan maharaj

श्री गजानन महाराज स्तोत्र | Gajanan maharaj stotra

श्री गजानन महाराज स्तोत्र | Gajanan maharaj stotra श्री गजानन महाराज का यह स्तोत्र भक्तों को शांति, समृद्धि और संकटों से मुक्ति दिलाने वाला है। ।। श्री गजानन महाराज स्तोत्र ।। हे सर्वाद्या सर्वशक्ती | हे जगदोद्वारा जगत्पति | साहय व्हावें सत्वरगति | या लेकराकारणें ||१|| जे जे काही ब्रम्हांडात | तें तें तुझें रुप…

: पंचायतन देवता ध्यान मंत्र

श्री संकटनाशन गणेश स्तोत्र प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं Shri Sankat Nashan Ganesh Stotra

श्री संकटनाशन गणेश स्तोत्र प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं Shri Sankat Nashan Ganesh Stotra श्री संकटनाशन गणेश स्तोत्र नारद पुराण से उद्धरित एक शक्तिशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र मुनि श्रेष्ठ श्री नारद जी द्वारा कहा गया है और इसके पाठ से व्यक्ति के जीवन के संकट दूर होते हैं। इस स्तोत्र में भगवान गणेश के बारह…

Mahashivratri 2023

श्री शिवमहिम्न स्तोत्र | shri shivmahimna stotra

श्री शिवमहिम्न स्तोत्र | shri shivmahimna stotra पुष्पदंत उवाचमहिम्नः पारन्ते परमविदुषो यद्यसदृशी।स्तुतिर्ब्रह्मादीनामपि तदवसन्नास्त्वयि गिरः॥अथावाच्यः सर्वः स्वमतिपरिमाणावधि गृणन्।ममाप्येष स्तोत्रे हर निरपवादः परिकरः॥1॥ अर्थ:श्री पुष्पदंत जी कहते हैं कि हे प्रभु ! बड़े बड़े विद्वान और योगीजन आपके महिमा को नहीं जान पाए तो मैं तो एक साधारण बालक हूं, मेरी क्या गिनती ?लेकिन क्या आपके महिमा…

kalbhairav astakam

Kalbhairav astakam | कालभैरव अष्टकम: भक्ति और तंत्र की शक्ति

कालभैरव स्तोत्र: अर्थ आणि महत्त्व Kalbhairav astakam | कालभैरव स्तोत्र कालभैरव हे भगवान शंकराचे एक उग्र रूप आहे, जे काळाचे आणि मृत्यूचे रक्षणकर्ता मानले जाते. कालभैरवाची उपासना हिंदू धर्मात विशेषतः वाराणसीमध्ये प्रचलित आहे. कालभैरव स्तोत्र, विशेषतः ‘कालभैरवाष्टक’, ही स्तुती आद्य शंकराचार्यांनी रचली आहे. या स्तोत्राच्या पठणामुळे भक्तांना भीती, वाईट शक्ती आणि विपरीत परिस्थितींवर विजय मिळविण्याची…

Ketu Grah : केतु स्तोत्र का पाठ करने से होगा आपका भाग्योदय |

Ketu Grah : केतु स्तोत्र का पाठ करने से होगा आपका भाग्योदय |

यदि आपकी कुंडली में केतु ग्रह का अशुभ प्रभाव है तो करे केतु स्तोत्र का पाठ होगा अशुभ प्रभाव कम | केतु स्तोत्र/Ketu Stotra केतु: काल: कलयिता धूम्रकेतुर्विवर्णक:। लोककेतुर्महाकेतु: सर्वकेतुर्भयप्रद: ।।1।। रौद्रो रूद्रप्रियो रूद्र: क्रूरकर्मा सुगन्ध्रक्। फलाशधूमसंकाशश्चित्रयज्ञोपवीतधृक् ।।2।। तारागणविमर्दो च जैमिनेयो ग्रहाधिप:। पंचविंशति नामानि केतुर्य: सततं पठेत् ।।3।। तस्य नश्यंति बाधाश्चसर्वा: केतुप्रसादत:। धनधान्यपशूनां च भवेद्…

Rahu Grah : राहू स्तोत्र का पाठ करने से मिलेंगी आपके मन को शांति |

Rahu Grah : राहू स्तोत्र का पाठ करने से मिलेंगी आपके मन को शांति |

यदि आपके जीवन में अशांति है तो करिये राहू स्तोत्र का पाठ मिलेंगी आपके मन को शांति | राहु स्तोत्र/Rahu Stotra राहुर्दानवमंत्री च सिंहिकाचित्तनन्दन:। अर्धकाय: सदा क्रोधी चन्द्रादित्य विमर्दन: ।।1।। रौद्रो रूद्रप्रियो दैत्य: स्वर्भानु र्भानुभीतिद:। ग्रहराज सुधापायी राकातिथ्यभिलाषुक: ।।2।। कालदृष्टि: कालरूप: श्री कण्ठह्रदयाश्रय:। बिधुंतुद: सैंहिकेयो घोररूपो महाबल: ।।3।। ग्रहपीड़ाकरो दंष्टो रक्तनेत्रो महोदर:। पंचविंशति नामानि स्म्रत्वा…

shani dev shani dev kundali

Shani Grah : शनि स्तोत्र का पाठ करने से होगे शनि देव प्रसन्न |

यदि आपके शनि भगवान की महादशा चालू है तो करे शनि स्त्रोत्र का पाठ शनि भगवान देंगे मुक्ति ! शनि स्तोत्र/Shani Stotra नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च । नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।1।। नमो निर्मासदेहाय दिर्घश्मश्रुजटाय च । नमो विशालनेत्रायशुष्काय भयाक्रते ।।2।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्ने च वै पुन: । नमो दीर्घाय शुष्काय कालदंष्ट्राय…

Shukra Grah : शुक्र स्तोत्र का पाठ करने से होगी आपकी धन वृद्धि |

Shukra Grah : शुक्र स्तोत्र का पाठ करने से होगी आपकी धन वृद्धि |

यदि आपके पास सुख, समृद्धि , धन , धान्य की कमी है तो करे शुक्र स्तोत्र का पाठ होगी धन वृद्धि ! शुक्र स्तोत्र/Shukra Stotra नमस्ते भार्गवश्रेष्ठ देव दानवपूजित। वृष्टिरोधप्रकर्त्रे च वृष्टिकर्त्रे नमोनम: ।।1।। देवयानीपितस्तुभ्यंवेदवेदाडगपारग:। परेण तपसा शुद्धशडकरोलोकशडकरम ।।2।। प्राप्तोविद्यां जीवनख्यां तस्मै शुक्रात्मने नम:। नमस्तस्मै भगवते भृगुपुत्रायवेधसे ।।3।। तारामण्डलमध्यस्थ स्वभासा भासिताम्बर। यस्योदये जगत्सर्वमङ्गलार्ह भवेदिह ।।4।।…

Guru Grah : गुरु स्त्रोत्र का पाठ करने से मिलेगा आपको कार्यक्षेत्र में लाभ !!

Guru Grah : गुरु स्त्रोत्र का पाठ करने से मिलेगा आपको कार्यक्षेत्र में लाभ !!

यदि आपको कार्यक्षेत्र में लाभ नहीं हो रहा है तो करिये गुरु स्त्रोत्र का पाठ मिलेगा लाभ ! गुरु स्तोत्र क्रौं शक्रादि देवै: परिपूजितोसि त्वं जीवभूतो जगतो हिताय। ददाति यो निर्मलशास्त्रबुद्धिं स वाक्पतिर्मे वितनोतु लक्ष्मीम्।।1।। पीताम्बर: पीतवपु: किरीटश्र्वतुर्भजो देव गुरु: प्रशांत:। दधाति दण्डं च कमण्डलुं च तथाक्षसूत्रं वरदोस्तुमहम्।।2।। ब्रहस्पति: सुराचार्योदयावानछुभलक्षण:। लोकत्रयगुरु: श्रीमान्सर्वज्ञ: सर्वतो विभु:।।3।। सर्वेश:…