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गुरु ग्रह पालट
तिसरा गुरुपालट कार्तिक शु. ६, शुक्रवारी 20-11-2020 रोजी दुपारी १३:२६ वाजता गुरु (पुनः) मकर राशीत प्रवेश करतो. त्याचा पुण्यकाल | शुक्रवारी सकाळी ११:३५ ते दुपारी १५:१७ पर्यंत आहे. तुला, | मिथुन व कुंभ या राशींना अनुक्रमे ४-८-१२ वा गुरु येत

What is the difference between astronomy and astrology | खगोल विज्ञान और ज्योतिष
खगोल विज्ञान और ज्योतिष में क्या अंतर है? इन दोनों शब्दों को अक्सर एक दूसरे से मिला दिया जाता है, लेकिन वे वास्तव में अलग-अलग चीजें हैं। जबकि दोनों ग्रहों और अन्य खगोलीय वस्तुओं से संबंधित हैं, खगोल विज्ञान एक वैज्ञानिक अनुशासन है, जबकि ज्योतिष एक भविष्यवाणी विश्वास प्रणाली है। खगोल विज्ञान अंतरिक्ष में वस्तुओं…

अध्याय १९ – द्वादशीचे महत्त्व
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vaibhav guru nanded
vivek dankh nanded

नित्य स्तोत्र पाठ | Nitya Stotra Path
विष्णु जी के सहस्त्र नाम कौन कौन से हैं?
विष्णु सहस्रनाम: भगवान विष्णु के 1000 नाम
विश्वम ईश्वर जो स्वयं ब्रह्मांड है
विष्णु ईश्वर जो हर जगह व्याप्त है
वशत्कार: भगवान जो हवन के लिए आमंत्रित किया जाता है
भूतभव्य-भाववत-प्रभु: भूत, वर्तमान और भविष्य के देवता
भूत-कृतो सभी प्राणियों के निर्माता
भूता -भृत भगवान जो सभी प्राणियों का पोषण करते हैं
भव …
भूतात्मा

Pitta dosh upay | पित्त दोष: लक्षण, रोग और इसे संतुलित रखने के आसान उपाय
पित्त दोष: Pitta dosh लक्षण, रोग और इसे संतुलित रखने के आसान उपाय पित्त दोष क्या है? Pitta dosh पित्त दोष ‘अग्नि’ और ‘जल’ इन दो तत्वों से मिलकर बना है। यह हमारे शरीर में बनने वाले हार्मोन और एंजाइम को नियंत्रित करता है। शरीर की गर्मी जैसे कि शरीर का तापमान, पाचक अग्नि जैसी…

भृगु संहिता bhrugu sahita jyotish
भृगु संहिता से भविष्य जाना जाता है ! bhrugu sahita भृगु सहित क्या है ? bhrugu sahita भृगु संहिता का ज्ञान एक बहुत ही पुराना ग्रंथ के रूप में भृगु ऋषि ने लिखा था। बताया जाता है कि भृगु ऋषि दुनिया के हर आदमी और औरत की कुंडली उसके अंदर थी। जो भी मानव धरती…